|| कोरोना से डरो नहीं ||
समय से पहले मरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं !
इम्यूनिटी बढ़ाओ अपनी
घर की रोटी खाओ अपनी
पिज्जा बर्गर खाना छोड़ो
चाट चौपाटी से मुंह मोड़ो !
मुंह में पानी भरो नहीं
कोरोना से डरो नही !
अदरक तुलसी और गिलोय
काढ़ा पियो सुबह मुंह धोय
बीच-बीच में धोलो हाथ
नहीं मास्क का छोड़ो साथ !
किसी भांति मति हरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं !
दृढ़ संकल्प है यही हमारा
क्वॉरेंटाइन का रखें सहारा
दुश्मन ने हमको ललकारा
निश्चित ही जाएगा मारा !
घर बाहर पग धरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं!
बच्चों के संग समय बिताएं
पत्नी का भी हाथ बटाएं
मात पिता की सेवा करले
उनकी पीर पर मरहम धरले!
मन को विचलित करो नहीं
कोरोना से डरो नहीं!
समय से पहले मरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं !
इम्यूनिटी बढ़ाओ अपनी
घर की रोटी खाओ अपनी
पिज्जा बर्गर खाना छोड़ो
चाट चौपाटी से मुंह मोड़ो !
मुंह में पानी भरो नहीं
कोरोना से डरो नही !
अदरक तुलसी और गिलोय
काढ़ा पियो सुबह मुंह धोय
बीच-बीच में धोलो हाथ
नहीं मास्क का छोड़ो साथ !
किसी भांति मति हरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं !
दृढ़ संकल्प है यही हमारा
क्वॉरेंटाइन का रखें सहारा
दुश्मन ने हमको ललकारा
निश्चित ही जाएगा मारा !
घर बाहर पग धरो नहीं
कोरोना से डरो नहीं!
बच्चों के संग समय बिताएं
पत्नी का भी हाथ बटाएं
मात पिता की सेवा करले
उनकी पीर पर मरहम धरले!
मन को विचलित करो नहीं
कोरोना से डरो नहीं!
लेखिका
श्रीमती प्रभा पांडेय जी
” पुरनम “
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