दूध जीवन सत्व है
दूध को शास्त्रों ने सर्व आहार माना है,
विभिन्न रूपों में इसे ग्रहण करे जमाना है ।
नवजात शिशु रहे मात्र दूध के सहारे,
दूध न मिले तो रो-रो माता को पुकारे,
दूध ही उसके लिये है पेय,दूध खाना है,
दूध को शास्त्रों ने सर्व आहार माना है ।
दूध से मक्खन,दही,पनीर हैं बनते,
चाय,काफी,लस्सी और रबड़ी हैं छनते,
दूध जीवन सत्व,विटामिन का खजाना है,
दूध को शस्त्रों ने सर्व आहार माना है ।
उपवास और बीमारी का ये मुख्य पथ्य है,
कमजोर को शक्ति देता,बनाता समर्थ है,
लौह,खनिज,स्निग्धता की जान माना है,
दूध को शास्त्रों ने सर्व आहार माना है ।
दूध पर निर्भर बहुत से साधु व संत है,
दूध से संभावना हम सबको अनन्त है,
पूज्य है पधुधन हमने पुरखों से जाना है,
दूध को शास्त्रों ने सर्व आहार माना है ।
लेखिका
श्रीमती प्रभा पांडेय जी
” पुरनम “
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