More
    26.7 C
    Delhi
    Saturday, April 20, 2024
    More

      || फैशनपरस्ती ||

      गड्ढे में आधुनिकता के ना गड़ने दीजिये,
      फैशनपरस्ती बच्चों में ना पड़ने दीजिये ।

      लिखने और पढ़ने से रिस्ता टूट जायेगा,
      विकास भी स्वयमेव उनसे रूठ जायेगा ।
      विकास की आशा किरण उभरने दीजिये,
      फैशनपरस्ती बच्चों में ना पड़ने दीजिये ।

      बढ़ते हुए कदम जहाँ के तहाँ रुकेंगे,
      स्वाभिमान छोड़ चाहे जहाँ झुकेंगे।
      आत्मबोध मंथन मन में करने दीजिये,
      फैशनपरस्ती बच्चों में ना पड़ने दीजिये ।

      सम्मान बड़ों का मृदु व्यवहार सिखायें,
      व्यवहार में अपने भी सद्व्यवहार दिखायें ।
      लड़े अंधकार से,खुद लड़ने दीजिये,
      फैशनपरस्ती बच्चों में ना पड़ने दीजिये ।

      सादा जीवन है भला उन्हें सिखाईये,
      उच्च विचार की कला उन्हें सिखाईये ।
      सुगंध और प्रकाश से सँवरने दीजिये,
      फैशनपरस्ती बच्चों में ना पड़ने दीजिये ।

      लेखिका
      श्रीमती प्रभा पांडेय जी
      ” पुरनम “

      READ MORE POETRY BY PRABHA JI CLICK HERE

      DOWNLOAD OUR APP CLICK HERE

      ALSO READ  || माँ रामायण है गीता है ||

      Related Articles

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      Stay Connected

      18,753FansLike
      80FollowersFollow
      720SubscribersSubscribe
      - Advertisement -

      Latest Articles