हाल ही में जारी किए गए माइक्रोसॉफ्ट एसएमबी वॉयस एंड एटिट्यूड टू टैक्नोलॉजी स्टडी 2022 ने खुलासा किया कि भारत में करीब 35% छोटे और मझोले व्यवसाय (एसएमबी) अपने राजस्व का 10% से अधिक खर्च करते हैं, जो उनके वैश्विक समकक्षों की तुलना में कहीं अधिक है।
ग्राहक आधार में वृद्धि और ग्राहकों को अपने साथ जोड़े रखने में सुधार भारत में एसएमबी द्वारा टैक्नोलॉजी अपनाने को बढ़ावा देने वाले कुछ प्रमुख कारक हैं।
इस अध्ययन में परिदृश्य को आकार देने में टैक्नोलॉजी की भूमिका और उनके दृष्टिकोण, वरीयताओं और टैक्नोलॉजी को अपनाने का मूल्यांकन किया गया है।
एनालिसिस मेसन द्वारा तैयार किए गए इस अध्ययन में भारत सहित दुनिया भर के 10 उच्च और मध्यम आय वाले बाज़ारों में शीर्ष पांच उद्योग वर्टिकल में 1-300 कर्मचारियों के साथ 3,000 से अधिक व्यवसायों को शामिल किया गया है।
टैक्नोलॉजी पर खर्च करने, क्लाउड अपनाने में भारतीय एसएमबी आगे
- भारत में एसएमबी भविष्य के क्लाउड अपनाने के बारे में सबसे अधिक आशावादी हैं; भारत में 27% एसएमबी पूरी तरह या अधिकतर क्लाउड आधारित हैं – यह प्रतिशत अगले 2-3 वर्षों में वैश्विक औसत के बराबर होने की उम्मीद है।
- भारत में 26% एसएमबी नई तकनीकों को जल्दी अपनाने वालों में से हैं। जब टैक्नोलॉजी पर खर्च करने की बात आती है तो वे अन्य देशों में अपने समकक्षों की तुलना में आगे हैं, और लगभग 35% एसएमबी टैक्नोलॉजी पर अपने राजस्व का 10% से अधिक खर्च करते हैं। इनमें से, भारत में 22% एसएमबी अगले वर्ष की तुलना में 10% से अधिक की वृद्धि की योजना बना रहे हैं।
- भारत में एसएमबी अपने ग्राहक आधार (39%) को बढ़ाने और ग्राहक को बनाए रखने (38%) में सुधार करने में मदद करने के लिए टैक्नोलॉजी की संभावना तलाशते हैं।
- मध्यम आय वाले बाज़ारों (27%) में एसएमबी उच्च आय वाले बाज़ारों (22%) में अपने समकक्षों की तुलना में क्लाउड माइग्रेशन को लेकर अधिक सजग हैं।
अन्य देशों की तुलना में भारत में प्रतिस्पर्धा की तीव्रता एक बड़ी चुनौती है
- एक तिहाई से अधिक एसएमबी के लिए कोई एक समान व्यावसायिक चुनौती नहीं है – प्रतिस्पर्धा की तीव्रता और आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दे सबसे आम हैं।
- भारत में एसएमबी में प्रतिस्पर्धा की तीव्रता को एक बड़ी बाधा (35%) के रूप में देखने की सबसे अधिक संभावना है।
- मध्यम आय वाले बाज़ारों में एसएमबी (27%) उच्च आय वाले बाज़ारों में अपने समकक्षों (22%) की तुलना मेंक्लाउड माइग्रेशन को लेकर अधिक सजग हैं।
- ग्राहक लॉयल्टी, नकदी प्रवाह, क्लाउड माइग्रेशन और नियमन लगभग एक-चौथाई एसएमबी के लिए समान रूप से चुनौतीपूर्ण हैं।
प्रबंधित सेवा प्रदाता (MSPs) और क्लाउड सेवा प्रदाता (CSPs) करीब एक-तिहाई एसएमबी के लिए सबसे पसंदीदा टैक्नोलॉजी पार्टनर्स हैं
- महामारी से प्रभावित होने की वजह से एसएमबी प्रबंधित आईटी सेवाओं और क्लाउड समाधानों में निवेश करने के लिए अधिक इच्छुक हैं।
- एसएमबी सक्रिय रूप से सलाहकार और मार्गदर्शन क्षमताओं वाले भागीदारों की तलाश कर रहे हैं, जैसे कि प्रबंधित सेवा प्रदाता (MSPs) या क्लाउड सेवा प्रदाता (CSPs) और सिस्टम इंटीग्रेटर्स (SIs)।
- 31% एसएमबी MSPs और CSPs के माध्यम से प्रौद्योगिकी उत्पादों और सेवाओं को खरीदना पसंद करते हैं। कई एसएमबी में आईटी विशेषज्ञों को शामिल करने की क्षमता या आवश्यकता नहीं है। नतीजतन, MSPs और CSPs को आदर्श रूप से एसएमबी की तकनीकी चुनौतियों का समर्थन करने के लिए विशेषज्ञ कौशल के साथ एसएमबी की आंतरिक आईटी टीमों के पूरक के रूप में रखा गया है।
- सर्वेक्षण में शामिल भारत के 25% एसएमबी एप्लिकेशन डेवलपर्स/स्वतंत्र सॉफ्टवेयर विक्रेता (ISVs) के साथ काम करना पसंद करते हैं।
एसएमबी सीएसआर/ईएसजी लक्ष्यों की एक विस्तृत श्रृंखला को महत्व देते हैं, लेकिन पर्यावरणीय स्थायित्व सबसे आम उद्देश्य है
- भारत के एसएमबी (45%) दुनिया भर के बाज़ारों में 37% एसएमबी की तुलना में पर्यावरणीय सस्टैनेबिलिटी में सुधार करना चाहते हैं।
- एसएमबी में से करीब आधे ने सामाजिक लक्ष्यों को प्राथमिक व्यावसायिक उद्देश्यों के रूप में मान्यता दी, जिसमें स्थायी व्यवसाय प्रथाओं और विविधता तथा समावेशन को शामिल हैं।
- एक-तिहाई एसएमबी कर्मचारियों की उच्च प्रतिधारण सुनिश्चित करने और समुदाय में लोगों के जीवन में सुधार करने के लिए अपने कर्मचारियों की संतुष्टि स्तर बढ़ाना चाहते हैं, जबकि दो-तिहाई एसएमबी अपने ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा के लिए उच्च गुणवत्ता वाले साइबर-सुरक्षा समाधानों के साथ अपनी क्षमता में सुधार करना चाहते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे जिम्मेदार व्यवसायों के रूप में कार्य कर रहे हैं।
सामिक रॉय, कार्यकारी निदेशक, कॉर्पोरेट मीडियम एंड स्मॉल बिज़नेस, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने कहा :
एसएमबी अर्थव्यवस्था की बुनियाद और महत्वपूर्ण रोजगार सृजनकर्ता हैं, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 30% का योगदान करते हैं और देश में 114 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट अपने निरंतर निवेश और संकल्प के माध्यम से एसएमबी को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और उन संगठनों को विश्वसनीय टैक्नोलॉजी प्रदान करती है, जिनकी उन्हें नवोन्मेष और विकास के लिए आवश्यकता होती है।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के बारे में
माइक्रोसॉफ्ट (Nasdaq “MSFT” @microsoft) आज के इंटेलीजेंट क्लाउड और इंटेलीजेंट ऍज के दौर में डिजिटल बदलाव को संभव बनाती है।
कंपनी का मकसद इस ग्रह पर मौजूद प्रत्येक व्यक्ति और संगठन को अधिक हासिल करने के लिए सशक्त बनाना है। माइक्रोसॉफ्ट ने 1990 में भारत में अपने परिचालनों की शुरुआत की।
आज देश के 11 शहरों – अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, नई दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नोएडा और पुणे में माइक्रोसॉफ्ट से 20,000 से अधिक कर्मचारी सेल्स एवं मार्केटिंग, शोध, विकास एवं उपभोक्तओं सेवाओं एवं सहयोग से जुड़े हैं।
माइक्रोसाफ्ट भारतीय स्टार्ट-अप्स, व्यवसायों एवं सरकारी संगठनों के स्तर पर डिजिटल रूपांतरण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए लोकल डेटा सेंटर्स से अपनी ग्लोबल क्लाउड सेवाओं की पेशकश करती है।