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      नौकरी और व्यापार में सफलता दिलाता है बुध | बुधवार के संबंध में 10 रोचक बातें | 2YoDo विशेष

      हिन्दू पंचांग अनुसार किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिए तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण को देखना जरूरी है। इसी से शुभ लग्न और मुहूर्त पता चलता है। वार, तिथि, माह, लग्न और मुहूर्त का एक संपूर्ण विज्ञान है। जो लोग इस हिन्दू विज्ञान अनुसार अपनी जीवनशैली ढाल लेते हैं वे सभी संकटों से बचे रहते हैं।

      1. सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह है बुध। इसी के कारण एक वार का नाम बुधवार। बुध का व्यास लगभग 5140 किलोमीटर है और गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी की अपेक्षा एक चौथाई है। सौर मंडल का सबसे छोटा और प्रकाशमान बुध ग्रह सूर्य से लगभग 59200000 किलोमीटर दूर है। 48 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से यह 28 दिनों में सूर्य की परिक्रमा कर लेता है। इसे अपनी धुरी पर एक चक्कर लगाने में 60 दिन लगते हैं।
      2. बुधवार की प्रकृति चर और सौम्य मानी गई है। चर का अर्थ चलायमान होता है, जो स्थिर नहीं है। कन्या और मिथुन राशियां बुध की राशियां हैं। हालांकि ये दोनों राशियां चर राशि के अंतर्गत नहीं आती हैं। बुधवार और शुक्रवार के दिन आने वाले पुष्य नक्षत्र में कोई कार्य नहीं करते हैं।
      3. ज्योतिष अनुसार यह भगवान गणेश और माता दुर्गा का दिन है। परंतु इसके देवता बुध हैं जो चंद्रमा के पुत्र हैं। बुध चंद्रमा के पुत्र हैं। उनकी माता का नाम रोहिणी है। उन्हें विद्वान और अथर्ववेद का ज्ञाता माना जाता है। उनका विवाह वैवस्वत मनु की पुत्री इला से हुआ। देवों की सभा में बुध को राजकुमार कहा गया है।
      4. कुंडली में बुध यदि शुभ है तो बहन, मौसी और बुआ की स्थिति ठीक रहती है। सुंदर देह वाला ऐसा व्यक्ति ज्ञानी और चतुर होता है। सोच-समझकर बोलता है। उसकी बातों का असर होता है। ईमानदार और सच्चाई से चलने वाले बुध प्रबल व्यक्ति का रुतबा होता है। सूंघने की शक्ति गजब की होती है। व्यापार और नौकरी में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं आती। लोग इसीलिए बुधवार का उपवास करते हैं कि उनकी नौकरी और व्यापार अच्छे से चलता रहे।
      5. कमजोर मस्तिष्क वालों को बुधवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन होता है। बुद्धवार के व्रत से बुध ग्रह की शांति तथा धन, विद्या और व्यापार में वृद्धि होती है। 
      6. बुधवार के दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाएं, दुर्गा माता और गणेशजी की पूजा करें, पूर्व, दक्षिण और नैऋत्य दिशा में यात्रा कर सकते हैं। इस दिन जमा किए गए धन में बरकत रहती है। मंत्रणा, मंथन और लेखन कार्य के लिए भी यह दिन उचित है। ज्योतिष, शेयर, दलाली जैसे कार्यों के लिए भी यह दिन शुभ माना गया है।
      7. इस दिन उत्तर, पश्‍चिम और ईशान में यात्रा न करें। बुधवार को धन का लेन-देन नहीं करना चाहिए, बुधवार को लड़की की माता को सिर नहीं धोना चाहिए, ऐसा करने से लड़की का स्वास्थ्य बिगड़ता है या उसके समक्ष कोई कष्ट आता है।
      8. बिगड़े काम बनाने के लिए बुधवार को गणेश मंत्र का स्मरण करें :
        • त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
        • नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।

      अर्थात भगवान गणेश आप सभी बुद्धियों को देने वाले, बुद्धि को जगाने वाले और देवताओं के भी ईश्वर हैं। आप ही सत्य और नित्य बोधस्वरूप हैं। आपको मैं सदा नमन करता हूं। कम से कम 21 बार इस मंत्र का जप जरुर होना चाहिए।

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      ग्रह दोष और शत्रुओं से बचाव के लिए :

      गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।

      नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:।।

      धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।

      गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम्।।

      ये भगवान गणेश जी के बारह नाम है। इन नामों का जप उचित स्थान पर बैठकर किया जाए तो यह उत्तम फलदायी है। जब पूरी पूजा विधि हो जाए तो कम से कम 11 बार इन नामों का जप करना शुभ होता है।

      9.बुध ग्रह और लाल किताब : बुध ग्रह यदि कमजोर है तो लाल किताब के अनुसार सूंघने की शक्ति क्षीण हो जाती है और जातक तुतलाने लगता है। समय पूर्व ही दांत खराब हो जाते है। मित्र से संबंध बिगड़ जाते हैं। बुध यदि केतु और मंगल के साथ है तो मंदा फल मिलता है। शत्रु ग्रहों से ग्रसित बुध का फल मंदा ही रहता है।

      विशेषत: यह नौकरी या व्यापार में नुकसान दे सकता है। संभोग की शक्ति क्षीण कर देता है। इसके अलावा आपके मकान की स्थिति भी बुध के खराब होने की निशानी बताता है।

      बुध के मकान के चारों ओर खाली जगह होती है। हो सकता है कि यह मकान सभी मकानों से अलग अकेला ही हो। मकान के साथ चौड़े पत्तों के वृक्ष होंगे। गुरु और चंद्र के वृक्ष के साथ न होगा और अगर हुआ तो वह घर बुध की दुश्मनी का पुख्ता प्रमाण माना जाएगा।

      10. बुध ग्रह के उपाय : दुर्गा माता की भक्ति करें। बुधवार को नाक छिनवाकर दूसरे दिन गुरु का दान करें और नाक में 43 दिन तक चांदी का तार डालकर रखें। बेटी, बहन, बुआ और साली से अच्छे संबंध रखें।

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      बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं। साबुत हरे मूंग का दान करें और सबसे जरूरी यह कि झूठ ना बोलें। बुधवार के दिन तुलसी का गिरा हुआ पत्ता धोकर खाना बहुत शुभ होता है।

      अपने साथ हरा रुमाल जरूर रखें। बुधवार के दिन दुर्गा माता के मंदिर में जाएं और उन्हें हरे रंग की चूड़ियां चढ़ाएं या 9 कन्याओं को हरे रंग का रुमाल बांटें। ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम: मंत्र का जाप बुधवार के दिन करना बेहद शुभकारी होता है।

      इसके अलागा गणेश मंत्र या दुर्गा माता के मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।

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