हिन्दुस्तानी पौरुष रहा पुकार है
जैसे तुम चारा, कोयला, 2जी सदृश घोटालों का माल डकार लिया करते हो,
वैसे ही तुम क्यों नहीं चीनी-चालों को चीनी-सा चबा लिया करते हो?
तुम मधुमेह ग्रस्त-सा, यदि चीनी से डरते हो,
तो तुमको हिन्दुस्तानी पौरुष की दुतकार है।
चीनी मिट्टी के बर्तन-सा तोड़ो-फोड़ो,
छोड़ो चीनी सामानों को,
तुमको हिन्दुस्तानी पौरुष रहा पुकार है।
लेखक
श्री विनय शंकर दीक्षित
“आशु”
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