More
    31.1 C
    Delhi
    Thursday, May 9, 2024
    More

      || जय हो ||

      जय हो

      उनके आने की आहट जो आने लगी
      फिर अवध की धरा जगमगाने लगी

      धाम अयोध्या का फिर राम मय देख कर
      ज़िंदगी झूमने गुनगुनाने लगी

      राम उसकी तरफ आयेंगे सोचकर
      देखो शबरी भी घर को सजाने लगी

      उनके चरणों का प्रताप जब मिल गया
      तब कहीं अक्ल मेरी ठिकाने लगी

      राम सबके वचन को निभाएंगे फिर
      रीत रघुकुल की होंटो पे आने लगी

      आज तुलसी की चौपाई खुश हो गई
      रुत बहारों की हर ओर छाने लगी

      राम सबके लिए हैं ये जब से सुना
      श्रद्धानुसरत की पलकें बिछाने लगी

      लेखिका
      नुसरत जहाँ अतीक़ गोरखपुरी

      FOR MORE POETRY CLICK HERE

      ALSO READ  कबाड़ को जल्दी करें घर से बाहर वरना हो जाएगा आपका कबाड़ा | जानिए पूरी जानकारी | 2YoDo विशेष

      Related Articles

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      Stay Connected

      18,796FansLike
      80FollowersFollow
      720SubscribersSubscribe
      - Advertisement -

      Latest Articles