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      || रुला सकता है मच्छर ||

      रुला सकता है मच्छर

      आपको जी भर के रुला सकता है मच्छर,
      ओढ़कर सोयें भले ही पाँव तक चादर ।

      कान में आकर तुम्हारे भुनभुनाता है,
      खून पीता है तुम्हारा गीत गाता है,
      दे देता है मलेरिया ये खून चूसकर,
      आपको जी भर के रुला सकता है मच्छर ।

      कड़वी कुनैन ही मलेरिया में खाते हैं,
      ना खायें तो मलेरिया वापिस बुलाते हैं,
      कमजोर हो जाता है दवा से बहुत लीवर,
      आपको जी भर के रुला सकता है मच्छर ।

      लीवर हुआ कमजोर, हो जाता है पीलिया,
      बिगड़ गया तो कठिनाई से ही कोई जिया,
      बचे तो निर्जीव सा कर जाता है छोड़कर,
      आपको जी भर के रुला सकता है मच्छर ।

      बचना हो इससे जमा न होने दें पानी,
      सड़ गया कूलर में पानी होगी नादानी,
      घर के आसपास रखें स्वच्छ व सुन्दर,
      सफाई देख खुद ही भाग जायेंगे मच्छर ।

      र में न रहने दें सड़ी सब्जी टमाटर,
      छिड़काव डी.डी. टी. का नालियों में हो अक्सर,
      न मच्छरदानी चाहिये ना ओढ़िये चादर,
      फिर आपको कभी रुला न पायेंगे मच्छर ।

      लेखिका
      श्रीमती प्रभा पांडेय जी
      ” पुरनम “

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