बहना ने मुझे राखी भेजी तो जरुर होगी,
नहीं भेजी है तो बहन निश्चित मजबूर होगी ।
कहीं ऐसा तो नहीं टिकट न मिला उसे,
डाक वाला लाल डिब्बा,निकट न मिला उसे,
जीजा परदेस बहन गम से जो चूर होगी,
बहना ने मुझे राखी भेजी तो जरूर होगी ।
बहना है वैसे भी तो नाजुक सी,कोमल सी,
पड़ी हो बीमार कहीं ताप से हो बोझिल सी,
होगी बेहाल तभी तो याद मेरी दूर होगी,
बहना ने मुझे राखी भेजी तो जरुर होगी ।
पहली गाड़ी से क्यूँ ना बहना के पास जाऊँ,
बाद दूजी बात करूँ पहले राखी बन्धाऊँ,
देख मुझे भौंचक्की हो,खुश भरपूर होगी,
बहना ने मुझे राखी भेजी तो जरूर होगी ।
भूल कोई हुई होगी बहना से जल्दी में,
डाँटा ना हो उसे कहीं सास ने,ननदी ने,
मुझे भी दें डाँट गाली मुझे मंजूर होगी,
बहना ने मुझे राखी भेजी तो जरूर होगी ।
लेखिका
श्रीमती प्रभा पांडेय जी
” पुरनम “
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