नीम
हर घर एक नीम लगायें,
जब संभव हो उसे चबायें।
नहीं नीम से खतरे जान,
नहीं नीम से कुछ नुकसान।
स्वाद भले कड़वा इसका,
शक्कर बीमारी दे खिसका।
गंधक इसमें है भरपूर,
त्वचा रोग को करती दूर।
कैल्शियम, लौह, विटामिन ए,
अंधेपन को दूर करे।
नीम का ऐसा अपवाद,
पहले खाओ देखो बाद।
बड़े सयानों की है सीख,
उपयोगी लाखों तकनीक।
लिखी पुराणों में ये बात,
नीम दिलाये त्रिदोष निजात।
मिले पथिक को ठंडी हवा,
शुद्ध वायु नगव व गांव।
दातुन रखे दांत निरोग,
नीम रुग्ण को शक्ति स्त्रोत।
झरते बाल तुरंत रुक जायें,
घने बाल की फसल उगायें।
प्रतिदिन पाँच निबौली खाओ,
कील मुंहासे दूर भगाओ।
नीम, अमरीका पेटेंट कराये,
उसके पहले हम अपनायें।
लेखिका
श्रीमती प्रभा पांडेय जी
” पुरनम “
READ MORE POETRY BY PRABHA JI CLICK HERE